Tuesday 26 March 2013

गूगल अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार रहा है?

इंटरनेट का बादशाह समझे जाने वाला गूगल क्या अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार रहा है? यदि एक तरह से देखें तो ऐसा ही है क्योंकि गूगल का एक उत्पाद गूगल को ही कमाई देने वाले सबसे बड़े प्रोग्राम को ब्लॉक करने को प्रोत्साहन दे रहा है. सभी जानते हैं कि गूगल की कमाई का मुख्य स्रोत गूगल एडसेंस द्वारा प्रकाशित किए जाने वाले विज्ञापन है. गूगल एडसेंस के माध्यम से खोज नतीजों के पास तथा अन्य थर्ड पार्टी वेबसाइटों पर विज्ञापन प्रकाशित करता है और उन विज्ञापनों के माध्यम से उसे अच्छी खासी कमाई होती है. लेकिन इंटरनेट प्रयोक्ता यदि चाहें तो इन विज्ञापनों को ब्लॉक कर सकते हैं बशर्ते वे फायरफोक्स ब्राउजर का उपयोग कर रहे हों. फायरफोक्स ब्राउजर हजारों एड ऑन प्लगइन को समर्थन देता है और निजी प्रोग्रामर कई तरह की अप्लिकेशनें बनाकर फायरफोक्स को और भी बेहतर बना रहे हैं. ऐसी ही एक अप्लिकेशन है एड-ब्लॉकर जो गूगल सहित कई एड नेटवर्कों से आ रहे विज्ञापनो को रोक देती है. अब फायरफोक्स की देखादेखी गूगल ने भी क्रोम ब्राउज़र के लिए अप्लिकेशनें बनाने की छूट दे दी है और क्रोम अप्लिकेशनों का भी भंडार लगना शुरू हो गया है. यदि आप क्रोम एडऑन अप्लिकेशनों की सूची पर नजर दौड़ाएंगे तो पाएंगे कि सबसे लोकप्रिय अप्लिकेशनों की सूची में दूसरे नम्बर पर है एड-थॉड और उससे कुछ नीचे है एड-ब्लॉक. इन दोनों अप्लिकेशनों को जोड़ देने से आपके क्रोम ब्राउजर पर गूगल विज्ञापन प्रदर्शित होना बंद हो जाएंगे. लेकिन गूगल ने इन अप्लिकेशनों को क्यों जोड़ा? गूगल के लिए तो यह आत्मघाती कदम है. फिर भी गूगल ने इन अप्लिकेशनों को क्रोम एडऑन की सूची में जोड़ा. दरअसल गूगल फिलहाल इससे चिंतित नहीं है. क्रोम अभी भी “स्टेबल” नहीं है और काफी कम लोग इसका उपयोग करते हैं. गूगल का मुख्य उद्देश्य क्रोम के प्रयोक्ताओं की संख्या बढाना है. दूसरी तरह एड-थॉड जैसी अप्लिकेशन भले ही लोकप्रियता की सूची में दूसरे नम्बर पर हो परंतु फिर भी उसके उपयोगकर्ता काफी कम ही होंगें. गूगल के एक इंजीनियर ने एक समारोह में कहा कि काफी कम लोग होंगे जो गूगल के विज्ञापनों को ब्लॉक करना चाहेंगे. इसलिए हाल फिलहाल ऐसी अप्लिकेशनों से कोई खतरा नहीं
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...